(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
UPTET 2021-22: यूपीटीईटी से जुड़ी बड़ी खबर, रोका गया 20 हजार कैंडिडेट्स का रिजल्ट, जानिए- क्या है वजह
UPTET 2021-22 Result: यूपीटीईटी 2021-22 के रिजल्ट में कुछ छात्रों के परिणाम में कोर्ट केस लिखकर आ रहा है. जानिए क्यों रोका गया है इन कैंडिडेट्स का रिजल्ट.
UPTET 2021-22 Result Latest Update: उत्तर प्रदेश टीचर एलिजबिलिटी टेस्ट 2021-22 (UPTET 2021-22 Results) में इस बार बीस हजार कैंडिडेट्स का रिजल्ट रोका गया है. ऐसे कैंडिडेट्स के रिजल्ट में कोर्ट केस लिखकर आ रहा है. एग्जामिनेशन रेग्यूलेटरी अथॉरिटी के सेक्रेटरी ने इन कैंडिडेट्स का रिजल्ट खास वजह से रोका है. दरअसल इलाहाबाद हाईकोर्ट (Allahabad High Court) की सिंगल बेंच के आदेश पर इन कैंडिडेट्स को परीक्षा में शामिल किया गया था. इन कैंडिडेट्स ने राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान यानि एनआईओएस (NIOS) से डीएलएड परीक्षा पास की है. सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी सिंगल बेंच के फैसले के खिलाफ डबल बेंच में अपील करने जा रहे हैं. इसलिए इन कैंडिडेट्स का रिजल्ट रोक दिया गया है.
शासन से मांगी अनुमति –
इलाहाबाद हाईकोर्ट के इस फैसले के बाद इन कैंडिडेट्स को परीक्षा में शामिल तो कर लिया गया लेकिन इनका रिजल्ट रोक लिया गया है. परीक्षा नियामक सचिव सिंग्ल बेंच के फैसले के खिलाफ अपील करने की योजना बना रहे हैं. उन्होंने इस बाबत शासन ने अनुमति भी मांगी हैं.
क्या है पूरा मामला –
यूपी में करीब डेढ़ लाख अभ्यर्थियों ने एनआईओएस से 18 माह का डीएलएड कोर्स किया है. पटना हाईकोर्ट के जनवरी 2020 में एक फैसले के बाद एनसीटीई ने इसे मान्य किया था. ये कोर्स किए कैंडिडेट्स भी टीईटी और शिक्षक भर्ती परीक्षा के लिए योग्य माने गए थे.
केंद्र सरकार ने निजी विद्यालयों में पढ़ा रहे अप्रशिक्षित शिक्षकों को प्रशिक्षण देने के लिए एनआईओएस की ओर से डेल प्रशिक्षण की व्यवस्था की थी. अब इस फैसले के खिलाफ अपील होगी और उसके बाद ही साफ होगा कि इन कैंडिडेट्स के यूपीटीईटी रिजल्ट का क्या होगा.
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